5 सालों से ऊपर ही हवा में उठाए एक हाथ; महाकुंभ 2025 में आए ये बाबा चर्चा में, 12 सालों तक हाथ उठाए रखने की है अटल प्रतिज्ञा
Prayagraj MahaKumbh 2025 Digambar Harivansh Giri One Hand Up 5 Years
Prayagraj MahaKumbh 2025: प्रयागराज संगम पर 'पूर्ण महाकुंभ 2025' के लिए लाखों साधु-संतों और संन्यासियों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। विभिन्न अखाड़ों और संप्रदायों के साधु-संत प्रयागराज पहुंच रहे हैं। महाकुंभ संगम भूमि पर इनके शिविर सज चुके हैं और नगर भ्रमण के साथ साधू-संतों का महाकुंभ छावनी में प्रवेश हो रहा है। वहीं जो साधु-संत पहुंचे चुके हैं वो धूनी रमाए बैठे हुए हैं।
बता दें कि, विभिन्न साधु-संतों के अलावा नागा सन्यासी और अघोरी भी महाकुंभ 2025 के लिए वहां मौजूद हैं। वहीं महाकुंभ में कई संत ऐसे आए हैं जो अपने अनोखे अंदाज के लिए भी लोगों का ध्यान खींच रहे हैं। इन्हीं साधु-संतों में एक बाबा ऐसे भी हैं जो 5 सालों से अपना एक हाथ हवा में उठाए हुए हैं।
12 साल हाथ उठाए रखने की अटल प्रतिज्ञा
बाबा का नाम है दिगंबर हरिवंश गिरि। कौतूहल बस जब उनसे पूछा गया कि, उन्होंने अपना एक हाथ ऊपर हवा में क्यों उठा रखा है तो उन्होंने बताया कि, पिछले 5 सालों से अपना हाथ ऊपर उठाया हुआ है। 12 साल हाथ उठाए रखने की अटल प्रतिज्ञा ली है। हाथ उठाए हुए अभी 5 साल पूरे हो गए हैं। उन्हें कुल 12 साल तक हाथ उठाए रखने की अपनी अटल प्रतिज्ञा बरकरार रखनी है।
दिगंबर हरिवंश गिरि ने किसे उद्देश्य से उठाया है हाथ?
जब यह पूछा गया कि, दिगंबर हरिवंश गिरि ने अपना एक हाथ ऊपर क्यों उठाया है? इसके पीछे क्या उद्देश्य है? दिगंबर हरिवंश गिरि ने बताया कि, साधु जो भी काम करता है वह जन कल्याण के लिए करता है। मैं भी जन कल्याण के लिए ही यह काम कर रहा हूं। दिगंबर हरिवंश गिरि ने कहा कि, मैं यही चाहता हूं कि, देश का विकास हो, देश को उन्नत को प्राप्त हो और देश के जो भी नेता और अफसर हैं, उन्हें बल-बुद्धि मिले।
सनातन धर्म के लिए क्या कहेंगे?
जब दिगंबर हरिवंश गिरि से पूछा गया कि, वह सनातन धर्म के लिए क्या कहेंगे तो उन्होंने कहा कि, सनातन धर्म अनंत है, उसके लिए मैं क्या ही कह सकता हूं। न इसकी शुरुवात का कोई छोर है और इसका कोई अंत है।
हाथ ऊपर उठाए रखने से समस्या नहीं होती?
जब दिगंबर हरिवंश गिरि से पूछा गया कि, आप एक हाथ ऊपर उठाए रखते हैं, इससे आपको समस्या नहीं होती? क्योंकि नाखून भी बहुत-बहुत बड़े हो रखे हैं। इस पर दिगंबर हरिवंश गिरि ने कहा कि, कोई भी समस्या नहीं रहती। मैं सभी काम करता हूं। एक हाथ से कार भी चला लेता हूं। गायों की सेवा भी कर लेता हूं।
कुंभ को लेकर दिगंबर हरिवंश गिरि ने कहा कि, मैं हर बार कुंभ आता हूं। इस पर कुंभ की सही व्यवस्था की गई है।